त्याग दे सब माया, छोड़ दे विलाप
🍂 जप ले साँसम साँसम अजपा जाप
🍂 सोई कर विचार ले आपम आप
🌿 बस वहां जहाँ पहुंचे पुन्य न पाप
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🍂 सूर्य बिन प्रकाश हुऐ , चांदनी चमके बिन चाँद
🌿 नीर बिन गंग बहे, बिन तीर्थ चारो धाम
🍂 घट भीतर चेतन धूणा, बिन अगन तपे उलट नाथ 
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🌿 समंझ समंझ की समंझ है
🍂 है समंझ समंझ का भेद
🌿 भेद भेद को भेदे, भेद रहे ना भेद
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🌷 शिव ही गोरख, गुरु ही गोरख
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सोॐ नाथ

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