#चली_भवानी_शिव_से_मिलने....
🥀जिस नाद को सुनने के लिए सब ललायित रहते है
🥀जिस नाद को सुनने के दिन रात ध्यान करते है
🥀जिस नाद को सुनकर योगी मस्त मगन हो जाते है
🥀जिस नाद को सुनने के बाद सभी राग व्यर्थ हो जाते है
🌿वो नाद बाहर नही तेरे ही अंदर है...
🥀वो नाद और कुछ नही तेरे ही अंदर उठने वाली तरंग है नादान
🥀ये नाद तेरे ही अंदर गतिमान चक्रों का मधुर संगीत है
🥀ये नाद तेरी ही इडा पिगला सुषुम्ना रूपी वीणा की तारो पर ये तेरी ही कुंडलिनी की थाप है नादान
🌿ये अति दुर्लभ महीन इंस्टूमेंटल नाद है कहना बहुत आसान लेकिन सुनना बहुत दुर्लभ अतः आप स्वयं मनन करे।
हो सकता है कि ये व्याख्या सायद सभी को समझ न आये किन्तु एक योगी एक पारखी तुरंत सार को पकड़ सकता है
🥀अलख आदेश
🥀नाथजी की फौज करेगी मौज
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