Jun 22, 2018
हंसा पाये मानसरोवर, ताल तलैया क्यों डोले
नमन, प्रणाम, अलख वंदन
हंसा पाये मानसरोवर, ताल तलैया क्यों डोले।
अलख बैठा घट ही भीतर, बाहर नैना क्यों खोले
शब्द शब्द बलवान मुसाफिर
यही मान अपमान मुसाफिर
बाँटो जितना, बढता जाता
दान करो नित ज्ञान मुसाफिर
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