ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित ये तीनों एका ॥
🌿🌿 ब्रह्मा विष्णु शिव तीन रूप होते हुए भी एक ही है
🌿🌿 मानव काया में ब्रह्मांड समाया है ईश्वर के तीनो रूप भी इसी में है
🌿 ब्रह्मा :- जब नर / नारी सर्जन करते है तो ब्रह्मा तत्व प्रधान होता है
यहाँ भोग है विलास है
🌿 विष्णु :- जब लालन पालन करते है तो विष्णु तत्व प्रधान होता है
यहाँ प्रेम है
🌿 शिव :- जब भक्तिरूप जाग्रत होता है तो शिव तत्व प्रधान होता है
यहाँ बैराग है.....सोॐ नाथ
अलख आदेश🌿🌿
सोॐ नाथ 🌿🌿
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