#मेरा_मन
🌷 मन इस शरीर का राजा और सामान्य जीव अवस्था में नियंत्रणकर्ता है ।
🌷 इसीलिए मन को शेर कहते है
🌷 यह अष्टदल कमल पर चक्कर काटता रहता है । और विषय विकारों में
फ़ँसा होने के कारण एकाग्र नहीं होता ।
🌷 विकारों में प्रवृति होने के कारण यह जीव को भक्ति मार्ग की और
मुङने नहीं देता ।
और नाना प्रकार के पाप कर्मों में उलझाये रखता है ।
🌷 अष्टदल कमल की जिस पत्ती पर ये होता है । जीव को उसी के अनुसार कर्म में प्रवृत्त करता है ।
🌷 अष्टदल कमल की ये आठ पत्तिंया कृमश -------
1- काम
2- क्रोध
3- लोभ
4- मोह
5- मद (घमंड )
6- मत्सर (जलन)
7- ग्यान
8- वैराग हैं ।
🌷 मन शब्द प्रचलन में अवश्य है पर इसका वास्तविक नाम " अंतकरण " है ।
🌷 हमारे शरीर के अंदर पाँच तत्वों की पच्चीस प्रकृतियाँ ( एक तत्व की पाँच ) हैं । तो 25 प्रकृति + 5 ग्यानेन्द्रिया + 5 कर्मेंन्द्रियां + 5 तत्वों के शरीर का नियंत्रणकर्ता और राजा मन है । इसी आधार पर 40 kg weight को एक मन कहने का रिवाज हुआ था ।
#आपसभी_ज्ञानीजनों_का_हार्दिक_स्वागत_है_कृपया_मुझ_मूर्ख_नादान_को_अपने_सुझाव_प्रदान_करे
🌷🌷 अलख आदेश
🌷🌷 नाथजी की फौज करेगी मौज
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