🌿पढ़ने वाले पढ़ लेंगे
🌿गढ़ने वाले गढ़ लेंगे
शब्द शब्द का है मोल यहाँ
बैठे है लेकर एक तोल यहाँ
मौन ही रह गया अनमोल यहाँ
( नादान मुसाफिर )
*************************************************************
🌿जहाँ *तुम* हो वहाँ मैं हो सकता हूँ
किन्तु ....
🌿जहाँ *मैं* हूँ वहाँ और कोई नही समा सकता
🌷अलख आदेश
No comments:
Post a Comment