Mar 20, 2017

🚩5 तत्व, 25 प्रकृति









प्रस्तुति :- #गुरु_नगर 0125

#तेरी_पाँच_तत्व_की_काया_जिसमे_ब्रह्म_ज्ञान_समाया

🥀जैसा हम सब जानते है की मानव शरीर 5 तत्व से बना हुआ है ये करीब करीब सब ही जानते है ।
🥀लेकिन एक एक तत्व की पाँच पाँच प्रकृति भी है ये हम कम ही जानते है ।

🌺हमारा शरीर तथा ब्रह्माण्ड का निर्माण एक जैसा ही हुआ है और सारा ब्रह्माण्ड हमारे अपने ही अंदर मौजूद है नादान
🍃सभी तत्व हमारे शरीर में अपने अपने स्थान पर रहते हैं और ये सब अपनी अपनी प्रकृति के साथ हमारे शरीर ही वास करते है। जैसे:-

1🌺पृथ्वी तत्व
2🌺जल तत्व
3🌺अग्नि तत्व
4🌺वायु तत्व
5🌺आकाश तत्व

👉🏻 तत्वों की प्रकर्ति के नाम 👇🏻

👉🏻पृथ्वी तत्व~ 🌺
1🍃हड्डी,
2🍃मांस,
3🍃त्वचा,
4🍃रंध्र,
5🍃नाखून

👉🏻जल तत्व~🌺
1🌿 खून
2🌿लार
3🌿पसीना
4🌿मूत्र
5🌿वीर्य

👉🏻अग्नि~🌺
1🌾भूख
2🌾प्यास,
3🌾आलस्य
4🌾निंद्रा
5🌾जंभाई

👉🏻वायु तत्व🌺
1🍃बोलना
2🍃सुनना
3🍃सिकुड़ना
4🍃फैलना
5🍃बल लगाना

👉🏻आकाश तत्व🌺
1🌿 लज्जा
2🌿भय
3🌿मोह
4🌿राग
5🌿द्वेष

👉🏻इसी के साथ साथ हमारे शारीर में 👉🏻पाँच काम इंद्रियाँ ,
👉🏻पाँच ज्ञानेंद्रियाँ भी होती है
जो इस प्रकार है 👇🏻

👉🏻काम इन्द्रियाँ🌺
1🌿पैर
2🌿गुदा
3🌿लिंग
4🌿मुंह
5🌿हाथ

👉🏻ज्ञान इन्द्रियाँ🌺
🍃आंख
🍃नाक
🍃कान
🍃मुंह
🍃त्वचा

इन सबके साथ साथ इनका भी निवास हमारी काया में होता है इनको को भी जान लीजिये जो इस प्रकार है
👇🏻

🌹मन🌹बुद्धि 🌹अहंकार 🌹चित्त
🌹और ईश्वर (अलख)

🥀इन सब का ही हमारी मानव काया में निवास रहता है।
🥀इन सबका सही ज्ञान ही हमे हमको सही दिशा दिखा सकता है नादान

🥀अलख आदेश
🥀नाथ जी की फौज करेगी मौज


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