प्रस्तुति :- #गुरु_नगर 0125
#तेरी_पाँच_तत्व_की_काया_जिसमे_ब्रह्म_ज्ञान_समाया
🥀जैसा हम सब जानते है की मानव शरीर 5 तत्व से बना हुआ है ये करीब करीब सब ही जानते है ।
🥀लेकिन एक एक तत्व की पाँच पाँच प्रकृति भी है ये हम कम ही जानते है ।
🌺हमारा शरीर तथा ब्रह्माण्ड का निर्माण एक जैसा ही हुआ है और सारा ब्रह्माण्ड हमारे अपने ही अंदर मौजूद है नादान
🍃सभी तत्व हमारे शरीर में अपने अपने स्थान पर रहते हैं और ये सब अपनी अपनी प्रकृति के साथ हमारे शरीर ही वास करते है। जैसे:-
1🌺पृथ्वी तत्व
2🌺जल तत्व
3🌺अग्नि तत्व
4🌺वायु तत्व
5🌺आकाश तत्व
👉🏻 तत्वों की प्रकर्ति के नाम 👇🏻
👉🏻पृथ्वी तत्व~ 🌺
1🍃हड्डी,
2🍃मांस,
3🍃त्वचा,
4🍃रंध्र,
5🍃नाखून
👉🏻जल तत्व~🌺
1🌿 खून
2🌿लार
3🌿पसीना
4🌿मूत्र
5🌿वीर्य
👉🏻अग्नि~🌺
1🌾भूख
2🌾प्यास,
3🌾आलस्य
4🌾निंद्रा
5🌾जंभाई
👉🏻वायु तत्व🌺
1🍃बोलना
2🍃सुनना
3🍃सिकुड़ना
4🍃फैलना
5🍃बल लगाना
👉🏻आकाश तत्व🌺
1🌿 लज्जा
2🌿भय
3🌿मोह
4🌿राग
5🌿द्वेष
👉🏻इसी के साथ साथ हमारे शारीर में 👉🏻पाँच काम इंद्रियाँ ,
👉🏻पाँच ज्ञानेंद्रियाँ भी होती है
जो इस प्रकार है 👇🏻
👉🏻काम इन्द्रियाँ🌺
1🌿पैर
2🌿गुदा
3🌿लिंग
4🌿मुंह
5🌿हाथ
👉🏻ज्ञान इन्द्रियाँ🌺
🍃आंख
🍃नाक
🍃कान
🍃मुंह
🍃त्वचा
इन सबके साथ साथ इनका भी निवास हमारी काया में होता है इनको को भी जान लीजिये जो इस प्रकार है
👇🏻
🌹मन🌹बुद्धि 🌹अहंकार 🌹चित्त
🌹और ईश्वर (अलख)
🥀इन सब का ही हमारी मानव काया में निवास रहता है।
🥀इन सबका सही ज्ञान ही हमे हमको सही दिशा दिखा सकता है नादान
🥀अलख आदेश
🥀नाथ जी की फौज करेगी मौज
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