Mar 20, 2017

🚩अपनी शक्ति को पहचानो






अपनी शक्ति को पहचानो।







ॐ गुरूजी आदेश गुरूजी 
ईश्वर ने हमारे भीतर ही चमत्कारी शक्तियों का भण्डार छुपाया हुआ है 
इसलिए कहा जाता है मानव में अद्भुत शक्तियां निहित हैं.
हमारे कहने का सार यह है कि मानव शरीर असीम ऊर्जा का कोष है. इंसान जो भी चाहे वो हासिल कर सकता है. मानव के लिए कुछ भी असाध्य व दुर्लभ नहीं है. लेकिन बड़े दुःख की बात है की हमे स्वयं(सोम)को ही विश्वास नहीं होता कि उसके भीतर इतनी शक्तियां विद्यमान हैं.

अपने अंदर की शक्तियों को पहचानिये, उन्हें पर्वत, गुफा या आकाश में मत ढूंढिए बल्कि अपने अंदर खोजिए और अपनी शक्तियों को निखारिए. हथेलियों से अपनी आँखों को ढंककर अंधकार होने की शिकायत मत कीजिये. आँखें खोलिए और अपने भीतर झांकिए और अपनी अपार शक्तियों को जागृत कीजिये ।
अब दूसरा सवाल यह आता है कि अगर हमारे अंदर ही ये शक्तियाँ हैं तो हम इसका प्रयोग कैसे कर सकते है? 
तो आइये आज हम अपने मन की शक्तियों में से एक शक्ति का प्रयोग करना सीखते हैं –
जब कभी आप समस्याओं से घिरे हों और उनमें से निकलने का रास्ता न मिल रहा हो या आपको किसी विशेष कार्य के लिए किसी खास idea की ज़रूरत हो तो आप अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर सकते हैं.

– रात को सोने से पहले सबसे पहले अपने मन को कुछ देर relax कर लें. तब तक, जब कि कुछ हद तक मन से विचार खत्म न हो जाएं. फिर relax mind से अपने मन को कहिये – “मुझे यह problem है और इस problem का हल मुझे नहीं मिल रहा. मुझे पता है कि तुम्हारे पास इस problem का हल है. अभी तो मैं सो रहा हूँ लेकिन जितनी जल्दी हो सके तुम इस problem का हल ( solution ) मुझे दे दो. मुझे इसकी बहुत ज़रूरत है. यह तुम्हारे लिए मेरा आदेश (order ) है”
ऐसा कहकर आप शांत होकर सो जाईये और अपनी उस problem के solution का इंतज़ार कीजिये. बहुत जल्दी ही आपको आपका solution मिल जाएगा. या सपने द्वारा, या किसी व्यक्ति द्वारा या आपके मन में खुद ही वो idea आ जाएगा जिसका आप बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
यदि उत्तर न मिले तो इसका अर्थ है कि आपका मन शांत नहीं है. अशांत मन कभी भी आपकी problems को solve नहीं कर सकता. इसलिए मन को शांत करना सबसे ज़्यादा ज़रुरी है. मन जितना अधिक शांत होगा, उतनी जल्दी ही आपको आपके सवाल का जवाब मिल जाएगा.
यह केवल एक शक्ति है जो आपको आपकी problem का solution दे रही है. ऐसी असीम शक्तियाँ हम सभी के अंदर है, ज़रूरत है तो केवल मन को शांत करने की. मन अशांत होने के कारण हम अपनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं कर पाते. तो आइये आज से हम (सोम) और आप एक संकल्प लेते हैं कि जीवन में चाहे कोई भी परिस्थिति आ जाए, हम अपने मन को अशांत नहीं होने देंगे, धैर्य से काम लेते हुए अपने मन की शक्तियों का सही इस्तेमाल करेंगे ।



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