ॐ गुरुजी आदेश गुरुजी सतगुरु को आदेश गुरुजी
कहते है की गंगा यमुना सरस्वती के संगम में स्नान करने पर बहुत पूण्य की प्राप्ति होती है
सत्य है
ऐसा ही एक संगम हमारी काया में भी है
किंतु कहां है ये संगम??
यह सब हमारे शरीर में ही है
जो हमारी तीन प्रमुख नाड़ियाँ होती हैं
वही गंगा यमुना और सरस्वती है
इड़ा-----गंगा
पिंगला ----------यमुना
सुषुम्ना------------------ सरस्वती
इस संगम में स्नान करने वाला धन्य हो जाता है और
काशी की तरफ बढ़ता है
काशी ??
एक प्रकार से इड़ा नाड़ी को वरणा भी कहते हैं और पिंगला को असी कहते हैं।
और इन दोनों के मध्य में आज्ञा चक्र में स्वयं शिव अर्थात
काशी विश्वनाथ विराजमान हैं।
यही वाराणसी है।
यही तो काशी है
जो इस काशी विश्वनाथ जी के दर्शन करता हैं
वह भवसागर से पार होता है वही दसम द्वार खोलता है"सोॐ''
जय श्री काशी विश्वेश्वर नाथ जी की जय
वह भवसागर से पार होता है वही दसम द्वार खोलता है"सोॐ''
जय श्री काशी विश्वेश्वर नाथ जी की जय
आदेश आदेश आदेश
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