**********नाथ यन्त्र, मन्त्र ***********
ॐ गुरूजी आदेश गुरूजी सतगुरुओ को आदेश गुरूजी
ॐ शून्य शून्य विदमहे प्रकाशस्वरूप धिमहि तन्नो अलखनिरंजन प्रचोदयात।।
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🌹आद्यान्तादिभ्यो मुक्तेsपि सर्वेषु यद् विद्यते, तस्मै महाशून्यप्रकाशमयाखिलाय नमः।।🌷
अर्थ :- जो आदि और अन्त से मुक्त होकर भी सभी में विधमान है उस महाशून्य प्रकाशमय अलख को हम नमन करते है।
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नाथ यन्त्र को पूजे, जो जन अपने हाथ
नवनाथ चौरासी सिद्धो की कृपा मिले अपार
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नाथ यन्त्र मन्त्र रचा, तुच्छ मती अनुसार
त्रुटि क्षमा करें नाथ योगी, कर लेना स्वीकार
नहिं विद्या में निपुण हूँ, नहिं है ज्ञान विशेष
गुरु-नाथ योगी जन को, आदेश नमन करे सोॐनाथ
ॐ गुरूजी आदेश गुरूजी सतगुरुओ को आदेश गुरूजी
******** सोॐनाथ ***********
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ॐ शिव गोरख योगी
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