ॐ गुरूजी आदेश गुरुजी सतगुरुओ को आदेश गुरूजी
एक साँस आती है एक साँस जाती है।
एक साँस जाती है एक साँस आती है।
लिमिटेड साँस ही मिलती है सभी जीव को
किन्तु मानव जीव में सोचने समझने की शक्तियां भी होती है
योगी योग से अपनी आयु स्वयं बढ़ा सकता है।
आयु तो बढ़ा सकते है किन्तु साँसों को नही
अर्थात :- साँस तो हमे उतनी ही मिलती है किन्तु अगर हम योग से अपनी साँस को रोक लेते है थोड़े थोड़े समय के लिए ही सही तो हमे जीवन समय और प्राप्त हो सकता है
सोते वक्त अपनी साँसों की गति देखो
बैठते वक्त अपनी साँसों की गति देखो
चलते वक्त अपनी साँसों की गति देखो
भोग करते वक्त
क्रोध करते वक्त
सभी अलग अलग स्थिति में साँस की गति देखो
अब
योग ध्यान की शक्ति देखो
जो गुरूजी ने मन्त्र जाप दिया है
या ॐ जाप की शक्ति देखो
अजपा जाप की शक्ति देखो
जब हम जाप या ध्यान में बैठेंगे तो महसूस करोगे की हमारी साँसों की गति भी धीमी हो जाती है । और जीवन समय बढ़ जाता है ।
किन्तु साँस नही ।
आहार निंद्रा और ध्यान दृढ़ होना चाहिए
ऐसा नही कि थोडा ध्यान योग जाप इत्यदि किया
और फिर भोग क्रोध भोग वासना आदि में रत हो गए और सब बेकार कर दिया
इसलिए सयम बहुत बहुत जरूरी है
जीवन के साथ साथ सुख दुःख आशा और निराशा चलती ही रहती है
उतराव चढ़ाव आते ही रहते है
किन्तु फिर ऐसा कोई जीव नही है जिसे जीवन की चाहत न हो ।
अब हमे स्वंय निधारित करना हो ता है कि जीवन में क्या लक्ष्य है क्या उदेश्य है ।
ये सोॐ के अपने भाव है विचार है जो गलत भी हो सकते है ।
अतः आप सब ज्ञानीजनों से विनती है कि हमारा उचित मार्गदर्शन करे
अतः आप सब ज्ञानीजनों से विनती है कि हमारा उचित मार्गदर्शन करे
और अपने अपने विचार प्रकट करे
धन्यवाद
गुरुदेव धर्मनाथ जी को आदेश आदेश
ॐ शिवगोरख योगी
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